Sone ka trishul Kumandal Pital Ka Lyrics


सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का -2
बड़ा प्यारा रूप है भोले शंकर का -2


1. मैं जब जब तुझ को देखु तेरी जटा मैं गंगा साजे
तेरी जटा में गंगा साजे वो बड़ी प्यारी लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


2. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे माथे पे चंदा साजे
तेरी माथे पे चंदा साजे वो बड़ी प्यारा लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


3. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे गले में नाग विराजे
तेरी गले में नाग विराजे वो बड़ा प्यारा लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


4. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे कानो में कुण्डल साजे 
तेरे कानो में कुण्डल साजे वो बड़ा प्यारा लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


5. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे तन पे मृगशाला साजे 
तेरे तन पे मृगशाला साजे वो बड़ी प्यारी लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


6. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे संग मैं गोरां साजे 
तेरे संग मैं गोरां साजे वो बड़ी प्यारी लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


7. मैं जब जब तुझ को देखु तेरी गोदी मैं गणपत साजे 
तेरी गोदी मैं गणपत साजे वो बड़ा प्यारा लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


8. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे चरणों मैं नंदी साजे 

तेरी चरणों मैं नंदी साजे वो बड़ा प्यारा लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 


9. मैं जब जब तुझ को देखु तेरे भगत प्यारे नाचे 
तेरी भगत प्यारे नाचे वो बड़े प्यारे लागे 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का - - - - - 
 
सोने का त्रिशूल कुमंडल पीतल का -2
बड़ा प्यारा रूप है भोले शंकर का -2

Post a Comment

0 Comments